वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 21.6.17, अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा, भारत
प्रसंग:
तुलसी ममता राम सों समता सब संसार ।
राग न द्वेष न दोष दुःख दास भए भव पार ।।
~ संत तुलसीदास
~जीवन को राममय कैसे बनाएं?
~रामचरितमानस को कैसे समझें?
~राम को कैसे चुनें?
~क्या राम ही भवसागर से पार लगाएँगे?
~राम की भक्ति कैसे करें?
~ राम की महिमा कैसे जानें?
संगीत: मिलिंद दाते
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